Health tips: कभी न कभी अपनी आंखों में या उसके आस-पास सूजन महसूस की होगी। इसे आमतौर पर बैगी आईज या पफी आईज कहा जाता है। मेडिकल टर्म में इसे ‘इंफ्राऑर्बिटल एडिमा’ के नाम से जाना जाता है। बढ़ती उम्र के साथ यह काफी आम है। हालांकि, यह टीनेज में भी हो सकता है।
दरअसल, बढ़ती उम्र के साथ आंखों के आस-पास के ऊतकों और पलकों को सहारा देने वाली कुछ मांसपेशियां कमजोर हो जाती हैं। इससे आंखों की निचली पलक में फैट और फ्लूइड जमा हो जाता है और उसमें सूजन दिखाई देने लगती है।
अमेरिकन एकेडमी ऑफ ऑप्थल्मोलॉजी के अनुसार, आंखों के नीचे बैग होने के कई कारण हो सकते हैं, जिसमें ढीली त्वचा, एलर्जी, फैट की जेबें, पिगमेंटेशन और प्राकृतिक छाया शामिल हैं। इसके अलावा, यह आनुवांशिक भी हो सकता है।
ये हैं बैगी या पफी आईज के लक्षण
आंखों में सूजन के क्या कारण हैं?
आंखों में सूजन कम करने के उपाय क्या हैं?
सूजन से बचने के लिए क्या सावधानियां बरतनी चाहिए?
आंखों में सूजन क्यों होती है?
आंखों के नीचे बैग या सूजन होना सामान्य बात है। हालांकि, कई बार यह किडनी की समस्या का भी संकेत होता है। आंखों में सूजन आमतौर पर अस्वस्थ जीवनशैली का लक्षण होता है। जैसे पर्याप्त नींद न लेना, धूम्रपान या डिहाइड्रेशन। नीचे दिए गए ग्राफिक में इसके कारणों के बारे में जानें-
आंखों के आसपास सूजन होना काफी आम बात है। अस्वस्थ जीवनशैली, धूम्रपान, नींद की कमी और बढ़ती उम्र इसके मुख्य कारण हैं। इससे घबराने की जरूरत नहीं है। हम अपनी दिनचर्या में कुछ बदलाव करके इसे ठीक कर सकते हैं। हालांकि, अगर यह स्थिति लंबे समय तक बनी रहे तो डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
डॉ. दिग्विजय सिंह चीफ ऑप्थल्मोलॉजिस्ट, नारायणा हॉस्पिटल, गुरूग्राम के एक्सपर्ट ने बताया कि आई बैग्स से बचने के लिए सावधानी बरतना जरूरी है। आमतौर पर आंखों के नीचे बैग्स किसी गंभीर स्थिति का संकेत नहीं होते। कई मामलों में, अपनी त्वचा की देखभाल और दिनचर्या में छोटे-छोटे बदलाव करके इसे सुधारा जा सकता है। नीचे दिए गए ग्राफिक में आप इस संबंध में कुछ सावधानियां देख सकते हैं।
आई बैग्स कम करने के लिए अपनाएं ये उपाय कुछ आसान घरेलू उपाय आई बैग्स को कम करने या खत्म करने में मदद कर सकते हैं।
आंखों पर ठंडे पानी की सेक लगाएं डॉ. दिग्विजय सिंह बताते हैं कि आई बैग्स या आंखों में सूजन होने पर ठंडे पानी की सेक लगाना फायदेमंद होता है। इसके लिए एक साफ और मुलायम वॉशक्लॉथ को ठंडे पानी से गीला करें। इसे अपनी आंखों के आसपास कुछ मिनट के लिए रखें, बहुत हल्का दबाव डालें।
पर्याप्त नींद लें आंखों से जुड़ी किसी भी समस्या को कम करने के लिए पर्याप्त नींद जरूरी है। नेत्र रोग विशेषज्ञ रोजाना 7 से 8 घंटे सोने की सलाह देते हैं।
सिर को थोड़ा ऊपर उठाकर सोएं
सोते समय सिर को थोड़ा ऊपर उठाना चाहिए। इससे आंखों के आसपास तरल पदार्थ जमा नहीं होते। आप अपने बिस्तर के सिरहाने को कुछ इंच ऊपर उठाने के लिए तकिए का भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
मेरा नाम अमर मिश्रा है और मैं मध्यप्रदेश के रीवा जिले का निवासी हूं। मैंने अपनी स्नातक की पढ़ाई B.Com / CA अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय (APSU) से पूरी की है। मुझे मीडिया जगत में काम करते हुए लगभग 9 साल से ज्यादा का अनुभव है।मैंने 2016 में रीवा जिले में पत्रकारिता की शुरुआत की थी और FAST INDIA NEWS से अपने कैरियर की शुरुआत की। इसके बाद, 2017-18 में मैंने मध्यप्रदेश जनसंदेश और आंखों देखी लाइव में महत्वपूर्ण भूमिकाएँ निभाईं। 2019 में, मैंने अमरकीर्ति समाचार पत्र में रीवा ब्यूरो प्रमुख के रूप में कार्य किया। 2019-20 से, मैं HARIT PRAWAH समाचार पत्र का सम्पादक हूँ।अपने पत्रकारिता करियर के दौरान, मुझे सटीक और निष्पक्ष समाचार प्रस्तुत करने के लिए कई बार सम्मानित किया गया है। मेरी कोशिश हमेशा यही रही है कि मैं अपने पाठकों को सच्ची और प्रामाणिक खबरें प्रदान करूं।पत्रकारिता के क्षेत्र में मेरी यह यात्रा निरंतर जारी है और मुझे विश्वास है कि भविष्य में भी मैं अपने पाठकों के लिए विश्वसनीय और सटीक समाचार प्रदान करता रहूंगा।
संपादक – अमर मिश्रा