भारत की SUV बाज़ार की दिग्गज कंपनी महिंद्रा एक बार फिर चर्चा में है, और इस बार वजह है एक तकनीकी क्रांति। 15 अगस्त 2025 को महिंद्रा अपनी नई SUV रणनीति की शुरुआत करेगी, जिसमें वह पहली बार दुनिया को NFA यानी न्यू फ्लेक्सिबल आर्किटेक्चर से रूबरू कराएगी। यह एक ऐसा प्लेटफॉर्म होगा जो भविष्य की SUV की परिभाषा बदल देगा।

क्या है NFA प्लेटफॉर्म?

महिंद्रा का NFA (New Flexible Architecture) एक उन्नत और बहुउद्देशीय वाहन प्लेटफॉर्म है, जिसे पेट्रोल, डीजल, हाइब्रिड और इलेक्ट्रिक—चारों तरह के इंजन विकल्पों के लिए डिजाइन किया गया है। यह प्लेटफॉर्म मोनोकोक स्ट्रक्चर पर आधारित होगा, जिससे गाड़ियाँ हल्की, मजबूत और फ्यूल एफिशिएंट होंगी।

इस प्लेटफॉर्म पर सबसे पहले नई बोलेरो और बोलेरो EV पेश की जाएंगी, जिन्हें साल 2026 तक बाजार में उतारा जा सकता है।

कहां बनेंगी ये गाड़ियाँ

महिंद्रा इन नई SUV मॉडलों का निर्माण अपनी नई चाकण फैक्ट्री में करेगी। पहले चरण में 1.2 लाख यूनिट्स के उत्पादन का लक्ष्य रखा गया है, जिससे मांग के अनुसार आपूर्ति सुनिश्चित की जा सकेगी।

2030 तक का बड़ा मिशन

महिंद्रा की योजना है कि वह 2030 तक 16 नई गाड़ियाँ लॉन्च करे। इनमें 9 पेट्रोल-डीजल आधारित ICE मॉडल और 7 पूरी तरह इलेक्ट्रिक वाहन शामिल होंगे।

अब तक थार रॉक्स, XUV3XO, XEV 9e और BE 6 लॉन्च हो चुके हैं। आने वाले समय में थार EV, ग्लोबल पिक-अप, XUV900, XUV3XO EV और XEV 7e जैसे मॉडल बाजार में धमाल मचाएंगे।

ग्रीन फ्यूचर के लिए नई फैक्ट्री

महिंद्रा एक नई ग्रीनफील्ड फैसिलिटी भी तैयार कर रही है, जो FY2028 तक चालू हो जाएगी। इससे उत्पादन क्षमता में इजाफा होगा और लोकप्रिय मॉडलों की वेटिंग लिस्ट भी घटेगी।

कौन देगा टक्कर?

महिंद्रा की सीधी भिड़ंत होगी मारुति सुजुकी की ब्रेज़ा, फ्रोंक्स और ग्रैंड विटारा से, साथ ही टाटा मोटर्स और हुंडई के लोकप्रिय SUV मॉडल्स से भी। लेकिन स्कॉर्पियो-N, XUV700, थार और अब XUV3XO जैसे मॉडल महिंद्रा को बाज़ार में मजबूती से टिकाए हुए हैं।

EV रेस में भी आगे

महिंद्रा का INGLO प्लेटफॉर्म पहले से ही इलेक्ट्रिक SUV की दुनिया में सक्रिय है। अब बोलेरो EV की एंट्री से यह मुकाबला और भी दिलचस्प हो जाएगा।

15 अगस्त 2025 सिर्फ आज़ादी का पर्व नहीं होगा, बल्कि SUV भविष्य की आज़ादी का भी प्रतीक बन जाएगा।