MP News: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने जनता की समस्याओं के समाधान में लापरवाही बरतने वाले लापरवाह अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। सीएम मोहन यादव ने बैठक के दौरान ही इन अधिकारियों पर नाराजगी जताई और 3 अधिकारियों और कर्मचारियों को निलंबित करने तथा 1 कर्मचारी की सेवा समाप्त करने के निर्देश दिए।

सीएम मोहन यादव वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए समाधान ऑनलाइन में विभिन्न जिलों के नागरिकों के लंबित मामलों के बारे में बात कर रहे थे। इन अधिकारियों और कर्मचारियों पर गिरी गाज समाधान ऑनलाइन के दौरान यह बात सामने आई कि रीवा जिले की छात्रा शीतल तिवारी को गांव की बेटी योजना के तहत मिलने वाली राशि का भुगतान नहीं किया गया है।

तो सीएम ने तत्काल राशि भुगतान के निर्देश दिए और इस मामले में उच्च शिक्षा विभाग के एक अधिकारी को निलंबित करने तथा एक अन्य अधिकारी की सेवा समाप्त करने का भी निर्णय लिया। भोपाल के अनिल मालवीय द्वारा अपने आवास के पास नालियों में फर्श नहीं होने की शिकायत पर नगर निगम के दोषी कर्मचारी की वेतन वृद्धि रोकने के निर्देश दिए गए।

गुना जिले के समंदर सिंह ने सर्पदंश से अपने परिवार के सदस्य की मृत्यु पर राहत राशि नहीं मिलने की शिकायत की तो सीएम मोहन यादव ने पटवारी को निलंबित करने और संबंधित अधिकारी को कारण बताओ नोटिस जारी किया।

दतिया जिले के ऋषि पुरोहित ने अपनी जमीन किसी और को आवंटित होने और करीब सवा साल तक कोई कार्रवाई नहीं होने की शिकायत की तो सीएम मोहन यादव ने दोषी पटवारी को निलंबित करने के आदेश दिए।

अलीराजपुर के माधव सिंह तोमर को पशु बीमा योजना के तहत राशि देने के आदेश दिए और राशि मिलने में देरी होने पर दोषी पशु चिकित्सक की वेतन वृद्धि रोकने के भी आदेश दिए।

जबलपुर भेड़ाघाट के राहुल सिंह के मामले में आवेदक को आयुष्मान योजना का लाभ मिलने में देरी के लिए दोषी पर 82 हजार रुपए का जुर्माना लगाया गया। राहत के लिए इलाज की राशि के अलावा आवेदक को 5 हजार रुपए की राशि देने के निर्देश दिए गए।