Mp news भारतीय सेना ने पाकिस्तान के हमले का साहसिक जवाब दिया है। यह ऑपरेशन न केवल सेना की ताकत और दृढ़ता को दर्शाता है, बल्कि इसने पूरे देश को गैार्बान्वित किया है। सबसे पहले, इस सफल ऑपरेशन के लिए भारतीय सेना को हार्दिक बधाई।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सेना पर अटूट विश्वास दिखाते हुए उन्हें स्पष्ट निर्देश दिए थे, और सेना ने राजनीतिक नेतृत्व के दृढ़ संकल्प को साकार करते हुए इस मिशन को सफलता तक पहुंचाया। जिन मासूमों पर कायराना हमले किए गए थे, उन अपराधियों को सजा देने का सिलसिला शुरू हो गया है।

पाकिस्तान को अब यह समझ लेना चाहिए कि आतंकवादियों को संरक्षण और समर्थन देना उसे भारी पड़ेगा। यदि पाकिस्तान शांति चाहता है, तो उसे अपनी धरती पर मौजूद आतंकवादियों को भारत को सौंप देना चाहिए। यही उसके नागरिकों, उसकी अर्थव्यवस्था, और मानवता के हित में है।

अगर पाकिस्तान अपनी हरकतों से बाज नहीं आता, तो सिंधु जल समझौते के तहत जल संसाधनों पर असर पड़ सकता है। इससे पाकिस्तान की कृषि, बिजली, और पेयजल आपूर्ति पर गंभीर संकट आएगा। भारत युद्ध या टकराव नहीं चाहता, लेकिन अपने निर्दोष नागरिकों और कश्मीर की शांति एवं विकास के लिए मजबूरन कदम उठाने होंगे।

हाल ही में, पहलगाम में हुए हमले ने कश्मीर की तरक्की और पर्यटन को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की। यह निंदनीय है।संसद जनार्दन मिश्रा ने कहा मैं खुद इस हमले के कुछ दिन पहले पहलगाम में था और वहां के लोगों के उत्साह और विकास के प्रति समर्पण को देखा था।

पाकिस्तान को चाहिए कि वह आतंकवाद को बढ़ावा देने से बाज आए और ऐसे कदम उठाए जो दोनों देशों और पूरे क्षेत्र की भलाई के लिए हों। अगर वह ऐसा नहीं करता, तो उसे इसके गंभीर परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं।

यह समय है कि पाकिस्तान अपनी नीति बदले और शांति की ओर कदम बढ़ाए। भारतीय सेना और नेतृत्व ने यह स्पष्ट कर दिया है कि देश की सुरक्षा और सम्मान सर्वोपरि है।