मध्य प्रदेश माध्यमिक शिक्षा मंडल का परीक्षा परिणाम मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने मुख्यमंत्री निवास से जारी किए हैं कक्षा दसवीं में सिंगरौली की प्रजा जायसवाल ने टॉप किया है। प्रज्ञा जयसवाल ने 500 में से 500 अंक के साथ बाजी मारी है। इस वर्ष दसवीं का परिणाम 76.22% रहा है। करीब 9 लाख 53 हजार परीक्षार्थियों ने परीक्षा दी थी

मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहां की मध्य प्रदेश बोर्ड परीक्षा में असफल हुए छात्रों को एक और मौका दिया जाएगा। अब दशमी और 12वीं के वह छात्र जो असफल हो गए हैं या अपने अंकों में सुधार करना चाहते हैं वह 17 जून से एक बार फिर परीक्षा दे सकेंगे। यह व्यवस्था नई शिक्षा नीति के अंतर्गत की जा रही है। इस तरह का प्रयोग करने वाला मध्य प्रदेश देश का तीसरा राज्य बन गया है।

कक्षा दसवीं का परीक्षा परिणाम देखने के लिए छात्र mpbse.nic.in या फिर mpresult.nic.इन और digilocker से अपना परीक्षा परिणाम देख सकते हैं।

मध्य प्रदेश सरकार और मंडल ने छात्रों से आग्रह किया है कि वह सभी और अधिकृत पोर्टल का इस्तेमाल करें किसी भी अफवाह या फिर अनाधिकारिक वेबसाइट पर भरोसा ना करें

इस साल से दो बार परीक्षा दे सकेंगे छात्र

सीएम डॉ. मोहन यादव ने कहा, जो छात्र फेल हो गए हैं, उनका साल बर्बाद नहीं होगा। उन्हें समझना चाहिए कि यह आखिरी मौका नहीं है। वे साल में दो बार परीक्षा दे सकेंगे। वे 17 जून से दोबारा परीक्षा दे सकेंगे।

15 साल पुराना रिकॉर्ड टूटा

कोई एफआईआर नहीं दोहराई गई मध्य प्रदेश माध्यमिक शिक्षा बोर्ड सुधा भारद्वाज ने कहा कि इस बार पिछले 15 साल का रिकॉर्ड टूट गया है। इस साल बोर्ड परीक्षाओं से जुड़ी कोई एफआईआर दर्ज नहीं हुई है।

डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ला ने दी बधाई

डिप्टी सीएम मध्य प्रदेश राजेंद्र शुक्ला ने x (पूर्व ट्विटर) पर पोस्ट करते हुए 10वीं 12वीं में अच्छे अंकों से पास होने वाले परीक्षार्थियों को बधाई दी है, उन्होंने लिखा कि " मैं मध्यप्रदेश माध्यमिक शिक्षा मंडल की कक्षा 10वीं एवं 12वीं की बोर्ड परीक्षा में उत्तीर्ण हुए सभी छात्र-छात्राओं को आत्मीय बधाई देता हूं एवं उनके उत्तम भविष्य की कामना करता हूं।

साथ ही मैं यह आग्रह भी करता हूं कि जिन छात्रों का परिणाम आशा के अनुकूल नहीं आया है वह निराश न हों बल्कि और मेहनत से कार्य करें, निश्चित ही आप सफल होंगे।