विंध्य की राजधानी रीवा अपने ऐतिहासिक चीजों को लेकर जाना जाता है. राजधानी होने के चलते सर्वप्रथम विकास की प्राथमिकता यहीं से मिलती है। जैसे - विंध्य में सबसे पहले रेलवे स्टेशन, सबसे पहले एयरपोर्ट यहीं से शुरू हुआ। रीवा रेलवे स्टेशन को बने 32 वर्ष हो चुके है। करीब 1993 में रीवा रेलवे स्टेशन से पहली सटल ट्रेन जबलपुर के लिए दौड़ी थी. तब इस स्टेशन से केवल एक ही गाड़ी जाती थी. लेकिन अब 14 ट्रेनें यहां से देश के कोने कोने तक पहुंचती है. जैसे - जैसे समय बीत रहा है वैसे - वैसे इस स्टेशन की काया भी बदल रही है. इस आर्टिकल में आप विंध्य के पहले रेलवे स्टेशन के बारे में जानेंगे.

1993 में पहली बार दौड़ी थी रीवा रेलवे से सटल

विंध्य के रीवा रेलवे स्टेशन का इतिहास 3 दशक पुराना है. इस स्टेशन का शुभारंभ गुरुवार के दिन 8 मई 1993 को किया गया था। यहीं वजह है कि कल इस स्टेशन कि वर्षगांठ थी. 8 मई 1993 में मानव संसाधन एवं विकास मंत्री अर्जुन सिंह ,रेल मंत्री जाफर शरीफ और संसद सदस्य रहे माधव राय सिंधिया की उपस्थिति में विंध्य को रीवा रेलवे स्टेशन के रूप में सौगात मिली थी. इसी दिन इस रेलवे स्टेशन से पहली ट्रेन रीवा - जबलपुर सटल को हरी झंडी दिखाई गई थी और रवाना किया गया था. इसके बाद रीवा रेलवे स्टेशन निरंतर विकास की राह पकड़े हुए हैं.


एक ट्रेन से शुरुआत, अब चलती है 14 गाड़िया

इस स्टेशन के लोकार्पण के साथ शुरू हुई पहली रीवा - जबलपुर सटल एक्सप्रेस गाड़ी के बाद एक-एक कर इस स्टेशन से कई ट्रेनें आने जाने लगी. जबलपुर सटल के बाद रीवा से भोपाल जाने वाली रेवांचल की सौगात मिली. जिसके कुछ समय बाद रीवा से छत्तीसगढ़ जाने के लिए बिलासपुर एक्सप्रेस ट्रेन के साथ कई गाड़ियां चलने लगी. सटल एक्सप्रेस के बाद अब इस स्टेशन से 14 गाड़िया चलती है.

रीवा रेलवे स्टेशन से चलती है 14 ट्रेनें

रीवा रेलवे स्टेशन से वर्तमान में 14 ट्रेन का आवागमन होता है. जिसमें से इनमें रानी कमलापति स्टेशन के लिए रीवा वंदे भारत ट्रेन, जबलपुर के लिए रीवा इंटरसिटी सुपरफास्ट, रीवा जबलपुर एक्सप्रेस, रीवा मुंबई के लिए छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनल स्पेशल, रीवा दिल्ली आनंद विहार टर्मिनल सुपरफास्ट, रीवा इतवारी एक्सप्रेस, रीवा चिरमिरी एक्सप्रेस, रीवा रानी कमलापति रेवांचल सुपरफास्ट, रीवा राजकोट सुपरफास्ट, रीवा एकतानगर महामना एक्सप्रेस, रीवा बिलासपुर एक्सप्रेस, रीवा भोपाल एक्सप्रेस और रीवा डॉ. अंबेडकर नगर एक्सप्रेस ट्रेनें शामिल हैं।


31 हजार विंध्यवासी करते है सफर

रीवा रेलवे स्टेशन से जानकारी मिली कि वर्तमान में इस स्टेशन से 14 ट्रेन चल रही है. जिससे प्रतिदिन करीब 31000 यात्री रोजाना सफर तय कर रहे हैं. अमृत भारत योजना के अंतर्गत रीवा रेलवे स्टेशन का पुनर विकास किया जा रहा है. जिसका काम अब अंतिम चरण पर है. करीब 80% कार्य पूर्ण हो चुका है बचा हुआ 20% कार्य बहुत जल्द पूर्ण किया जाएगा.

एक प्लेटफार्म से हुई थी शुरुआत, अब 4

जानकारी दी गई की रीवा रेलवे स्टेशन का लोकार्पण जब हुआ था तब इस स्टेशन में केवल एक एक ही प्लेटफार्म बना हुआ था. लेकिन वर्तमान में यहां 14 प्लेटफार्म है जबकि पांचवा प्लेटफार्म का निर्माण कार्य चल रहा है जो पूर्ण होने के कगार पर है. यहां मौजूद प्लेटफार्म की चौड़ाई 12 फिट है. प्लेटफार्म में दोनों तरफ एक्सीलेटर यानी आधुनिक सीढ़ियां होगी, वर्तमान में इस स्टेशन के बाहर मॉडर्न पार्किंग एरिया की व्यवस्था और रेलवे स्टेशन की बाहरी बनावट बेहद भव्य बनाई है जिसे देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है कि रीवा का यह रेलवे स्टेशन किसी बड़े स्टेशन से कम नहीं है.

इतनी जमीनों का किया गया था अधिग्रहण

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक रीवा का यह रेलवे स्टेशन ग्राम पंचायत में बनाया गया है. सतना से रीवा तक के लिए रेलवे के द्वारा किसानों की भूमि अधिग्रहण साल 1984 के दरमियान किया गया था. केवल रीवा जिले में ही रेलवे के द्वारा 168 हेक्टेयर भूमि अधिग्रहण किया गया था. साल 1993 में रेलवे स्टेशन का लोकार्पण किया गया पहली ट्रेन जबलपुर सटल को हरी झंडी दिखाई गई. 32 वर्ष के बाद रीवा रेलवे स्टेशन काफी अत्यधिक और आकर्षक हो गया है.