रीवा में आपातकालीन स्थिति में यहां की जाएगी मॉकड्रिल, एयरपोर्ट और सोलर पॉवर प्लांट पर कड़ी निगरानी
आपात स्थिति में सुरक्षा तथा बचाव कार्य के लिए पूरी तैयारी रखें - कलेक्टर, नागरिकों की सुरक्षा के लिए प्रमुख सार्वजनिक स्थलों में मॉकड्रिल करें - पुलिस अधीक्षक

आपातकाल में नागरिकों की सुरक्षा के संबंध में तैयारियों की बैठक कलेक्ट्रेट के मोहन सभागार में आयोजित की गई। बैठक में कलेक्टर श्रीमती प्रतिभा पाल ने कहा कि शासन द्वारा आपात स्थिति में राहत और बचाव कार्य तथा नागरिकों की सुरक्षा के संबंध में विस्तृत निर्देश दिए गए हैं। इन निर्देशों का पालन करते हुए जिले भर में आपात स्थिति में सुरक्षा तथा बचाव कार्य के लिए पूरी तैयारी रखें। आपदा प्रबंधन से जुड़े अधिकारी और कर्मचारी व्हाट्सऐप के माध्यम से एक-दूसरे से संपर्क में रहें। आपदा प्रबंधन के लिए जिला स्तरीय कंट्रोल रूम बना दिया गया है। इसमें महत्वपूर्ण सूचनाएं उपलब्ध कराते रहें। दुश्मन देश द्वारा आक्रमण की स्थिति में नागरिकों को बड़ी बस्तियों से दूर सुरक्षित स्थान पर ले जाने के लिए स्थलों का निर्धारण कर लें।
कलेक्टर ने कहा कि किसी भी तरह की आपाति स्थिति आने पर सीमेंट कटर मशीन, जेसीबी, क्रेन जैसे उपकरणों की तत्काल आवश्यकता होती है। जिन व्यक्तियों के पास ऐसे उपकरण उपलब्ध हैं उनकी सूची जिला और तहसील स्तर तक बना लें। सभी एसडीएम अस्पताल में आपात स्थिति में किए जाने वाले उपचार प्रबंधों की व्यवस्था सुनिश्चित करें। जिले भर में सिविल डिफेंस वालेंटियर बनाकर उन्हें प्रशिक्षण दिया जा रहा है। प्रशिक्षण में वालेंटियर्स को राहत, बचाव तथा प्राथमिक उपचार की पूरी जानकारी दें। महत्वपूर्ण फोन नम्बरों और आवश्यक सेवाओं से जुड़े अधिकारियों के नंबरों की सूची इन्हें उपलब्ध कराएं। जिला कमांडेंट होमगार्ड वालेंटियर्स के प्रमुख कार्यों का पम्पलेट बनाकर इसका वितरण कराएं। सभी एसडीएम एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशन, विद्युत स्टेशन, सोलर पावर स्टेशन सहित सभी महत्वपूर्ण सार्वजनिक स्थलों की सुरक्षा व्यवस्था की निगरानी करें। बैठक में कलेक्टर ने सार्वजनिक व्यवस्था, खाद्य पदार्थों के भण्डारण, वाहन व्यवस्था, अग्निशमन सेवा तथा असामाजिक तत्वों के विरूद्ध कार्यवाही के संबंध में अधिकारियों को निर्देश दिए।
बैठक में पुलिस अधीक्षक विवेक सिंह ने कहा कि नागरिक सुरक्षा के लिए शासन के निर्देशों के अनुरूप जिला स्तरीय प्लान तैयार कर लिया गया है। इसमें संबंधित विभागों को निर्धारित कार्यों के लिए स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं। किसी भी तरह की आपात स्थिति आने पर सभी विभाग समन्वय के साथ अपनी जिम्मेदारी निभाएं। नागरिकों की सुरक्षा के लिए एयरपोर्ट, सोलर पावर प्लांट, टोंस जल विद्युत केन्द्र जैसे प्रमुख स्थलों पर मॉकड्रिल अनिवार्य रूप से करें। सेवानिवृत्त पुलिस कर्मियों तथा सैनिकों को भी वालेंटियर्स के रूप में शामिल करें। प्रत्येक गांव में सरपंच अथवा अन्य एक-दो जिम्मेदार नागरिकों के फोन नम्बर लेकर उसे व्हाट्सऐप ग्रुप में शामिल करें जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में भी आपात स्थिति में महत्वपूर्ण सूचनाएं तत्काल दी जा सकें। आदतन अपराधियों और असामाजिक तत्वों पर कड़ी नजर रखें। इनके विरूद्ध प्रतिबंधात्मक कार्यवाही करें।
बैठक में एडीएम श्रीमती सपना त्रिपाठी ने आंतरिक सुरक्षा और आपदा के समय नागरिकों की सुरक्षा के लिए बनाए गए प्लान की बिन्दुवार जानकारी दी। एडीएम ने कहा कि प्लान में सौंपी गई जिम्मेदारी के अनुसार सभी अधिकारी अपनी भूमिका निभाएं। संचार माध्यमों और सोशल मीडिया पर भी कड़ी निगरानी रखें। बैठक में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विवेक लाल, संयुक्त कलेक्टर पीके पाण्डेय, सभी एसडीएम, एसडीओपी, टीआई तथा तहसीलदार उपस्थित रहे।