महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा आंगनबाड़ी केन्द्र में पंजीकृत पांच वर्ष से अधिक आयु के बच्चों को शिक्षा से जोड़ने के लिए पोषण भी पढ़ाई भी नामक अभियान चलाया जा रहा है। इस पोषण की पढ़ाई भी अभियान का तीन दिवसीय प्रशिक्षण परियोजना कार्यालय महिला एवं बाल विकास मऊगंज में आयोजित किया गया।

सक्षम आंगनबाड़ी एवं पोषण 2.0 पोषण भी पढ़ाई भी कार्यक्रम के अंतर्गत आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के प्रशिक्षण में प्रारंभिक बाल्यावस्था देखभाल एवं विकास के क्षेत्र के बारे में जानकारी दी गई। आधार प्रशिक्षण में गर्भावस्था के 1000 दिन से दो वर्ष तक बच्चों के पोषण एवं स्वास्थ्य देखभाल की निगरानी करने के बारे में बताया गया।

नव चेतना बच्चे के जीवन का प्रारंभिक उत्साह यदि बच्चे को सही दिशा दी जाए, उसके घर का वातावरण अच्छा हो तो बच्चों का विकास सही दिशा में होगा। सामुदायिक सहभागिता एवं देखभाल के बारे में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को तकनीक के माध्यम से जानकारी दी गई

आयोजित प्रशिक्षण की निगरानी के लिए संचालनालय भोपाल से उप संचालक श्री बृजेश शिवहरे, परियोजना अधिकारी रीवा शहरी जितेन्द्र सिंह मौजूद रहे। जिला कार्यक्रम अधिकारी प्रवेश मिश्रा ने प्रशिक्षण में शामिल आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को नए निर्देशों के अनुसार अपने क्षेत्र में कार्य करने के निर्देश दिए। मास्टर ट्रेनर सुपरवाइजर श्रीमती श्वेता सोनी, मंजू पांडे और सरोज साकेत ने पावरपॉइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से प्रत्येक विषय के महत्व को समझाया और प्रत्येक प्रशिक्षण के लिए अलग-अलग गतिविधियां आयोजित कीं।

परियोजना अधिकारी निर्मला शर्मा ने 24 से 29 तारीख तक तीन बैच आयोजित किए और प्रशिक्षण की पूरी व्यवस्था के साथ ही प्रतिभागियों को प्रशिक्षण भी दिया। निर्देश दिए गए कि पोषण अभियान के उद्देश्य को पूरा करने के लिए प्रत्येक आंगनबाड़ी कार्यकर्ता अपने क्षेत्र में समुदाय की अधिकतम भागीदारी के लिए मंगल दिवस गतिविधि का आयोजन करें, जनभागीदारी के उद्देश्य से अक्षय पात्र का उपयोग करें, तकनीक का उपयोग करके प्रत्येक बच्चे की स्क्रीनिंग करें ताकि कोई भी पात्र बच्चा सेवाओं से वंचित न रहे और बच्चे की सही समय पर देखभाल भी हो सके।