"रीवा की अनोखी दोस्ती: आदमी और मुर्गे की जोड़ी ने जीता सबका दिल, जानें उनकी प्यारी कहानी" Rewa News
आमतौर पर लोग मुर्गे को पालते हैं तो उसे बेचने के लिए या फिर बड़े होने के बाद खाने के लिए, लेकिन रीवा में मुर्गा परिवार के सदस्य की तरह है, जिसे वो करीब दो साल से बड़े प्यार से पाल रहे हैं। सुनने में ये बिल्कुल फिल्मी कहानी जैसा लग रहा है, लेकिन हकीकत …

आमतौर पर लोग मुर्गे को पालते हैं तो उसे बेचने के लिए या फिर बड़े होने के बाद खाने के लिए, लेकिन रीवा में मुर्गा परिवार के सदस्य की तरह है, जिसे वो करीब दो साल से बड़े प्यार से पाल रहे हैं। सुनने में ये बिल्कुल फिल्मी कहानी जैसा लग रहा है, लेकिन हकीकत ये है कि सुरेश बंसल और उनके पालतू मुर्गे की दोस्ती ने सभी को हैरान कर दिया है। ये मुर्गा जो अब पूरी तरह से वयस्क हो चुका है, सुरेश का सबसे अच्छा दोस्त भी बन गया है, जिसका नाम उन्होंने कुकू रखा है, जो उसकी आवाज सुनते ही दौड़ा चला आता है।
पोल्ट्री से खरीदा चूज़ा आज बन गया दोस्त
करीब 2 साल पहले रीवा के धोबिया टंकी निवासी सुरेश बंसल ने पोल्ट्री फार्म से एक चूजा खरीदा था। सुरेश ने इसका नाम कुकू रखा है और इस नाम से पुकारने पर यह तुरंत दौड़कर चला आता है। यह उनके परिवार के सदस्य की तरह बन गया है और वे इसे अपने बच्चे की तरह प्यार करते हैं। कुकू को सुरेश से इतना लगाव है कि वह उसके साथ घूमती-फिरती है और उनके हाथों से खाना भी खाता है। सुरेश कहते हैं कि मुझे अपने मुर्गे से बहुत प्यार है। मैं इसे कभी नहीं बेचूंगा।
सुरेश और कुकू की दोस्ती बनी मिसाल - Rewa News
सुरेश ने बताया कि मैंने इसे सब कुछ सिखाया है। जब मैं घर पर होता हूं, तो यह मेरे साथ खेलता है और घूमता है। सुरेश और कुकू की दोस्ती ने एक नई मिसाल कायम की है। उन्होंने बताया दो साल हो गए हैं जब हम इसे छोटे बच्चे के रूप में लाए थे। तब से यह हमारे साथ रह रहा है। यह बच्चों के साथ खेलता-खाता है। इसका मतलब यह है कि यह हमारे बिस्तर तक भी आता है।