चाइना के बाद रीवा में लगा विश्व का दूसरा सबसे लंबा जाम, प्रदेश सरकार हाइअलर्ट पर, दक्षिण भारत की भीड़ चाकघाट में
Biggest traffic jam Rewa: दुनिया का सबसे बड़ा जाम मध्य प्रदेश के रीवा जबलपुर मार्ग में देखने को मिला है। प्रयागराज महाकुंभ स्नान के लिए दक्षिण भारत के लोग रीवा जबलपुर मार्ग से प्रयागराज पहुंचने की कोशिश कर रहे है. जाम की स्थिति को लेकर मध्य प्रदेश सरकार हाईलाइट में है
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प्रयागराज महाकुंभ गंगा स्नान के लिए पूरा देश सड़कों पर उतर चुका है. आस्था का सैलाब ऐसा है कि मानो पूरा भारत प्रयागराज की तरफ चल पड़ा है. पिछले दो दिन से जबलपुर – रीवा रूट पर करीब 350 किलोमीटर तक वाहन रुक गए हैं और रहते नजर आ रहे हैं. यह भारत के इतिहास में किसी नेशनल हाईवे पर अब तक का सबसे लंबा जाम हो सकता है. दुनिया के सबसे बड़े जाम की बात करें तो यह चीन की राजधानी बीजिंग में 12 दिन का जाम लगा था। जो दुनिया का सबसे बड़ा ट्रैफिक जाम माना जाता है. तो आईए जानते हैं कि दुनिया के सबसे बड़े जाम के सामने रीवा का ट्रैफिक जाम क्या कहता है?.
Rewa News; इस खास वजह से रीवा का चीन से हुआ मुकाबला बीजिंग बना चाकघाट, CM ने प्रशासन की कर दी तारीफ
चीन के बीजिंग में लगा था दुनिया का पहला जाम
प्रयागराज- रीवा- कटनी- जबलपुर मार्ग पर लगे जाम ने विश्व रिकॉर्ड बना दिया है. यह जाम करीब 350 किलोमीटर लंबा हो गया है. हालांकि बात करें दुनिया के सबसे बड़े ट्रैफिक जाम की तो यह चीन की राजधानी बीजिंग में साल 2010 में लगा था . जो गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज हुआ जिसमें बताया गया की 14 अगस्त 2010 को यह जाम लगा. जो 100 किलोमीटर लंबा था और 12 दिनों तक लगातार लगा हुआ था और लोग फंसे हुए थे जबकि मध्य प्रदेश में लगे जाम में वाहन रेगते हुए नजर आ रहे हैं. करीब 5 घंटे सफर में 24 घंटे का वक्त लग रहा है
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मुंबई, ब्राजील में भी लगा था ऐसा अदभुद जाम
चीन के बाद ब्राजील के साऔ पाउलो में 300 किलोमीटर का लंबा जाम लगा था. साल 2012 में लगे जाम में 12 से 15 घंटे तक लोग फंसे हुए थे. मुंबई में साल 2017 में वासी और नवी मुंबई के बीच करीब 8 घंटे तक जाम लगा था वही साल 2013 में मिस्र के काहिरा में 60 किलोमीटर का जाम लगा था. चीन के 12 दोनों वाले जाम को छोड़ दे अगर तो रीवा – प्रयागराज – जबलपुर मार्ग पर लगे जाम को दुनिया का सबसे बड़ा ट्रैफिक जाम माना जा सकता है. जाम में लोग 12 से 18 घंटे तक फंसे रहे.
इस वजह से रीवा में लगा दूसरा सबसे बड़ा जाम
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दरअसल ,प्रयागराज महाकुंभ 13 जनवरी से शुरू हुआ जिसमें देश और विदेश से भारी संख्या में श्रद्धालु आस्था की डुबकी लगाने पहुंच रहे हैं. आंकड़ों की माने तो पिछले 26 दिनों में महाकुंभ में 40 करोड़ से भी अधिक श्रद्धालु पहुंच चुके हैं. इस तरह औसतन हर दिन करीब डेढ़ करोड़ श्रद्धालु आस्था की डुबकी लगा रहे हैं .हालांकि कहां जा रहा था कि मकर संक्रांति मौनी अमावस्या और बसंत पंचमी अमृत स्नान के बाद नागा साधु की विदाई के बाद भीड़ थोड़ी सी कम हो जाएगी यही वजह है कि 5 फरवरी तक संगम क्षेत्र में वीआईपी प्रोटोकॉल की सुविधा बंद की गई थी.
दक्षिण भारत के लोग कर रहे त्राहिमाम
मध्य प्रदेश के रीवा कटनी और जबलपुर मार्ग में जाम के हालात की मुख्य वजह दक्षिण भारत के श्रद्धालुओं की बड़ी संख्या जो प्रयागराज पहुंचाना चाह रही है. कटनी जबलपुर रीवा रूट से ही दक्षिण भारत के राज्य जैसे आंध्र प्रदेश ,तेलंगाना ,कर्नाटक, केरल के लाखों श्रद्धालु प्रयागराज पहुंचे और इस कारण से इस रूट पर ट्रैफिक का रिकॉर्ड तोड़ दबाव बन गया है हालांकि प्रशासन लगातार स्थिति को कंट्रोल किए हुए हैं.
मध्य प्रदेश सरकार हाइलर्ट पर
एमपी के जबलपुर से लेकर कटनी ,मैहर, रीवा चाकघाट तक जाम के हालात देखते हुए एमपी के सीएम डॉक्टर मोहन यादव ने अधिकारियों को अलर्ट कर दिया है और जाम में फंसे श्रद्धालुओं को पानी भोजन आसपास रुकने की व्यवस्था करने के भी आदेश दिए हैं. उधर भाजपा के पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं को भी श्रद्धालुओं को राहत सामग्री पहुंचाने में पदस्थ किया गया है.