मऊगंज

मऊगंज में अलौकिक मेला जमीन के अंदर समाते गए लोग, अंदर देखा तो बह रही थी अमृत धारा, कलेक्टर करें निरीक्षण

सैकड़ों वर्षों से अज्ञात अवस्था में पानी की धारा बह रही है। जिससे जड़कुड के कई ग्राम पंचायत पानी का लाभ उठा रहे है। ग्रामीणों ने मऊगंज विधायक एवं कलेक्टर से निरीक्षण करने और इस स्थान को भव्य बनाने कि मांग की है

हाल ही में देश के कोने-कोने में मकर संक्रांति के अवसर पर मेला लगा जिसमे हजारों करोड़ों लोगों ने गंगा एवं सोन स्नान किया। लेकिन मऊगंज में एक ऐसा स्थान है जहां अलौकिक मेले का आयोजन हुआ। बताने वाले बताते है कि यहां पिछले कुछ वर्षो से मकर संक्रांति पर मेले का आयोजन होता है। जिला मुख्यालय से करीब 35 किलोमीटर दूर हनुमना के ग्राम पंचायत पांती खोखला में आमादरी नाम से मशहूर देवस्थल जहां सैकड़ों वर्षों से अज्ञात अवस्था में पानी की धारा बह रही है। जिससे जड़कुड के कई ग्राम पंचायत पानी का लाभ उठा रहे है। ग्रामीणों ने मऊगंज विधायक एवं कलेक्टर से निरीक्षण करने और इस स्थान को भव्य बनाने कि मांग की है।

पहाड़ पर लगा मेला

आपके बता दें इस स्थान में पहुंचने के लिए सकरे भरे चट्टानों से होकर गुजरना पड़ता है। जिसके बाद नीचे पहुंचने पर एक दम खुला मैदान नजर आता है। मानो ऐसा लगता हो कि इंसान जमीन के अंदर समा रहा है।

आमादरी जमीन के अंदर लगा मेला

मऊगंज में बहुती जैसा एक और स्थल

जिला मुख्यालय से करीब 35 किलोमीटर दूर स्थित आमादरी नाम से मशहूर एक स्थान है। जो यहां कहानी किस्सों में प्रचलित है। मध्य प्रदेश के सबसे ऊंचे बहुती जलप्रपात मऊगंज का पर्यटक स्थल है। लेकिन यह स्थान भी किसी पर्यटन से कम नहीं है इस स्थान की खासियत है कि यहां सैकड़ो वर्षों से लगातार मौसम के सभी ऋतुओं में पानी की कमी नहीं होती और यह बीच पहाड़ में मौजूद है।

आमादरी में पहाड़ के बीच निकलता पानी, नहाते लोग

सैकड़ों वर्षों से पहाड़ में है अमृत धारा

ग्रामीण जनों के मुताबिक यहां सैकड़ो वर्षों से लगातार मौसम की सभी ऋतु में ऐसा ही पानी बहता रहता है जिससे नीचे बसे गांव जड़कुड़ पिपराही उत्तर प्रदेश के लोग लाभ ले रहे है। इसमें हैरान करने वाली बातें है कि इस पहाड़ के ऊपर जितने भी गांव है वहा पानी 300 से लेकर 400 फिट की गहराई में मिलता है। लेकिन आमादरी में बड़ी ही सरलता से दो पत्थरों के बीच पानी बह रहा है।

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बिना रास्तों के उपर नीचे करते लोग

पहाड़ों की गोद में स्थान, मकर संक्रांति पर लगा मेला

आमादरी नाम से यह स्थान अपनी कई खासियत को लेकर भी जाना जाता है। इस स्थान में देवी माई और बजरंगबली की मंदिर बनाई गई है लेकिन यहां आने-जाने के लिए किसी भी तरह का रास्ता नहीं है। लोग जान हथेली पर रख कर ऊपर नीचे चढ़ते है। 14 जनवरी मकर संक्रांति के दिन यहां भव्य मेले का आयोजन हुआ जिसमें आसपास के ग्रामीण जन उपस्थित होकर इस स्थान को और भी भव्य बनाने की मांग की

ग्रामीणों ने की स्थान बनाने की मांग

मऊगंज कलेक्टर और विधायक पहुंचे

आमादरी में भगवान बजरंगबली की मंदिर

मेला में पहुंचे ग्रामीण जनों ने इस स्थान को सुंदर और आकर्षक बनाने की मांग की है। ग्रामीण जनों ने कहा कि इस स्थान पर मऊगंज कलेक्टर और विधायक प्रदीप पटेल पहुंचे और देखे यहां कि किस तरह की संभावनाएं है। इस स्थान में थोड़ा बहुत पैसा खर्च कर दें तो यह इस क्षेत्र का सबसे सुंदर स्थान बन जाएगा जिससे आसपास के लोग यहां पहुंचेंगे।

अमर मिश्रा

मेरा नाम अमर मिश्रा है और मैं मध्यप्रदेश के रीवा जिले का निवासी हूं। मैंने अपनी स्नातक की पढ़ाई B.Com / CA अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय (APSU) से पूरी की है। मुझे मीडिया जगत में काम करते हुए  लगभग 9 साल से ज्यादा का अनुभव है।मैंने 2016 में रीवा जिले में पत्रकारिता की शुरुआत की थी और FAST INDIA NEWS से अपने कैरियर की शुरुआत की। इसके बाद, 2017-18 में मैंने मध्यप्रदेश जनसंदेश और आंखों देखी लाइव में महत्वपूर्ण भूमिकाएँ निभाईं। 2019 में, मैंने अमरकीर्ति समाचार पत्र में रीवा ब्यूरो प्रमुख के रूप में कार्य किया। 2019-20 से, मैं HARIT PRAWAH समाचार पत्र का सम्पादक हूँ।अपने पत्रकारिता करियर के दौरान, मुझे सटीक और निष्पक्ष समाचार प्रस्तुत करने के लिए कई बार सम्मानित किया गया है। मेरी कोशिश हमेशा यही रही है कि मैं अपने पाठकों को सच्ची और प्रामाणिक खबरें प्रदान करूं।पत्रकारिता के क्षेत्र में मेरी यह यात्रा निरंतर जारी है और मुझे विश्वास है कि भविष्य में भी मैं अपने पाठकों के लिए विश्वसनीय और सटीक समाचार प्रदान करता रहूंगा।संपादक - अमर मिश्रा

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