मध्य प्रदेश

10वीं-12वीं बोर्ड परीक्षा को लेकर आया बड़ा अपडेट, 18 लाख से ज्यादा परीक्षार्थियों का टेंशन खत्म, मंडल ने किया कुछ ऐसा इंतजाम

इस साल मंडल प्रिंटिंग टैक्स से लेकर परीक्षा केंद्र तक पेपर पहुंचाने के पूरे सिस्टम की निगरानी मोबाइल ऐप से होगी। जिले में कलेक्टर एवं प्रदेश स्तर तक बोर्ड के अधिकारी एग्जाम से जुड़े हर अधिकारी कर्मचारी की उपस्थिति एवं उनकी गतिविधियों को रियल टाइम में देख सकेंगे

सोशल मीडिया पर एक पर्चा तेजी से वायरल होता है और राज्य के 18 लाख से अधिक परीक्षार्थी की चिंता शुरू हो जाती है कि क्या वाकई में पेपर लीक हो गया है? क्या फिर से परीक्षा देनी होगी? इस बार एमपी में पेपर लीक को रोकने के लिए माध्यमिक शिक्षा मंडल ने कड़े इंतजाम के दावे किए है.

इस साल मंडल प्रिंटिंग टैक्स से लेकर परीक्षा केंद्र तक पेपर पहुंचाने के पूरे सिस्टम की निगरानी मोबाइल ऐप से होगी। जिले में कलेक्टर एवं प्रदेश स्तर तक बोर्ड के अधिकारी एग्जाम से जुड़े हर अधिकारी कर्मचारी की उपस्थिति एवं उनकी गतिविधियों को रियल टाइम में देख सकेंगे

इस पूरे दावे में केंद्र अध्यक्ष उड़न दस्ते के प्रभारी एवं पर्यवेक्षकों पर सबसे अधिक निगरानी रखी जायेगी। दरअसल, वर्ष 2023 में 10वीं एवं 12वीं के करीब आठ परचे सोशल मीडिया में वायरल हुए थे। इन घटनाओं में केंद्र अध्यक्ष एवं पर्यवेक्षकों की भूमिका संदेह के दायरे में थी।

फरवरी में शुरू होंगी 10वीं-12वीं की परीक्षाएं

10वीं की परीक्षा- 27 फरवरी से 19 मार्च

WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now
Instagram Group Join Now

छात्रों की संख्या – 9.5 लाख

12वीं की परीक्षा- 25 फरवरी से 25 मार्च

छात्रों की संख्या- 8.5 लाख

इस साल 10वीं-12वीं के कुल 18 लाख छात्र एग्जाम में शामिल होंगे।

इन 3 पॉइंट्स से समझिए, पिछली बार कहां हुई थीं गड़बड़ियां ?

वर्ष 2023 में दसवीं बारहवीं के आठ पेपर लीक मामले हुए थे यह सभी परीक्षा शुरू होने से 30 से 40 मिनट पहले सोशल मीडिया में वायरल हुए पेपर लीक के यह मामले एक जिले तक सीमित नहीं रहा जिला प्रशासन के द्वारा कार्रवाई करते हुए संदेह के दायरे में मिलने वाले शिक्षक क्लर्क एवं चपरासी सहित 30 लोगों को गिरफ्तार किया गया था।

इन मामलों में केंद्र अध्यक्ष एवं सहायक केंद्र अध्यक्ष की भूमिका भी सवालों के कटघरे में थी। इसके बाद पेपर लीक की जांच के लिए बनी समिति ने पेपर लीक मुख्य तीन प्रमुख कारण बनाए थे।

कलेक्टर प्रतिनिधि सेंटर पर नहीं रुके – स्थान से पेपर के बॉक्स परीक्षा केंद्र पर आधे घंटे के अंदर पहुंच जाते थे। केंद्र अध्यक्ष सहायक केंद्र अध्यक्ष एवं कलेक्टर के प्रतिनिधियों के पेपर पहुंचाने की जिम्मेदारी दी गई थी। कलेक्टर के प्रतिनिधि पेपर के बॉक्स सेंटर पर छोड़ने के बाद परीक्षा केंद्र पर नहीं रुके और रवाना हो गए

छात्रों के लिए भी प्रोटोकॉल, एक घंटा पहले पहुंचना होगा छात्रों को परीक्षा केंद्र, परीक्षा हाल में बैठने का टाइम आधे घंटे पहले निर्धारित हुआ था यदि कोई छात्र 5 मिनट देरी से पहुंचता है तो उसे परीक्षा में बैठने की अनुमति नहीं दी जाएगी

अगर किसी परीक्षार्थी को एक विषय में नकल करते हुए पकड़ा गया तो उसकी उसे विषय की परीक्षा निरस्त कर दी जाएगी

सामूहिक नकल (मास कॉपी) होने पर सभी परीक्षार्थियों की परीक्षाएं निरस्त कर दी जाएगी

 

अमर मिश्रा

मेरा नाम अमर मिश्रा है और मैं मध्यप्रदेश के रीवा जिले का निवासी हूं। मैंने अपनी स्नातक की पढ़ाई B.Com / CA अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय (APSU) से पूरी की है। मुझे मीडिया जगत में काम करते हुए  लगभग 9 साल से ज्यादा का अनुभव है।मैंने 2016 में रीवा जिले में पत्रकारिता की शुरुआत की थी और FAST INDIA NEWS से अपने कैरियर की शुरुआत की। इसके बाद, 2017-18 में मैंने मध्यप्रदेश जनसंदेश और आंखों देखी लाइव में महत्वपूर्ण भूमिकाएँ निभाईं। 2019 में, मैंने अमरकीर्ति समाचार पत्र में रीवा ब्यूरो प्रमुख के रूप में कार्य किया। 2019-20 से, मैं HARIT PRAWAH समाचार पत्र का सम्पादक हूँ।अपने पत्रकारिता करियर के दौरान, मुझे सटीक और निष्पक्ष समाचार प्रस्तुत करने के लिए कई बार सम्मानित किया गया है। मेरी कोशिश हमेशा यही रही है कि मैं अपने पाठकों को सच्ची और प्रामाणिक खबरें प्रदान करूं।पत्रकारिता के क्षेत्र में मेरी यह यात्रा निरंतर जारी है और मुझे विश्वास है कि भविष्य में भी मैं अपने पाठकों के लिए विश्वसनीय और सटीक समाचार प्रदान करता रहूंगा।संपादक - अमर मिश्रा

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button