जल्द मोहन सरकार ने सकती है बड़ा फैसला,मध्यप्रदेश में मर्ज हो सकते हैं यह 3 बड़े जिले जानिए? क्या मऊगंज भी..
Mohan government can take a big decision soon, these 3 big districts can be merged in Madhya Pradesh, know? Will Mauganj also be merged..
MP News: मध्य प्रदेश में आने वाले महीनों में बड़ा बदलाव देखने को मिल सकता है। प्रदेश के कई जिले कम किए जा सकते हैं। कहा जा रहा है कि मोहन सरकार को जरूरत पड़ी तो कई जिलों का दायरा कम किया जा सकता है। साथ ही कई नई तहसीलें, ब्लॉक और जिले बनाए जा सकते हैं।
माना जा रहा है कि कांग्रेस सरकार में बने जिलों का दायरा भी कम किया जा सकता है। आने वाले समय में सीमाओं का नए सिरे से निर्धारण करने के लिए मोहन सरकार ने प्रशासनिक इकाई पुनर्गठन आयोग का गठन किया है। पहले चरण में सुझाव और भौतिक सत्यापन की 40 फीसदी कार्रवाई पूरी हो चुकी है।
इन जिलों का दायरा कम किया जाएगा मध्य प्रदेश में कांग्रेस-भाजपा सरकारों द्वारा बनाए गए छिंदवाड़ा-बैतूल जिले का दायरा कम किया जा सकता है। साथ ही निवाड़ी जैसे छोटे जिलों को मिलाया जा सकता है। इतना ही नहीं जरूरत पड़ने पर सरकार जिलों, ब्लॉक और तहसीलों की संख्या भी बढ़ा सकती है।
इन कार्यों को पूरा करने की शुरुआत भी हो चुकी है। हाल ही में आयोग के सदस्य विदिशा, सागर, राजगढ़, दमोह, छतरपुर, निवाड़ी, पन्ना, भोपाल, सीहोर, खरगोन, ग्वालियर, भिंड, मुरैना, श्योपुर और दतिया जैसे 25 जिलों में पहुंचे हैं। आम लोगों, जनप्रतिनिधियों और प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बैठकें की गई हैं। इसके लिए सुझाव भी लिए गए हैं।
कब बने जिले
मप्र में कुल 55 जिले और 10 संभाग हैं
2008 में दो जिले अलीराजपुर-सिंगरौली
16 अगस्त 2013 को आगर-मालवा
1 अक्टूबर 2018 को निवाड़ी
15 अगस्त 23 को मऊगंज
4 सितंबर 2023 को पांढुर्ना, मैहर बनाए गए