Satna News: खाद की किल्लत को लेकर आई गुड न्यूज, जिले के कलेक्टर ने जारी कर दिया प्रतिबंध वाला आदेश, यहां दो दुकानें हुई सील
Satna News: खाद के लिए मध्य प्रदेश का किसान लगातार परेशान चल रहा है लंबी-लंबी कतारों में लगने के बावजूद भी किसानों को खाद नहीं मिल रही बल्कि बाजारों में ब्लैक खाद भेजी जा रही है जिससे कई तरह की समस्या है सामने आ रही है एक तो बाजारों में रेट ज्यादा और दूसरी खाद जिसको ध्यान में रखते हुए सतना के कलेक्टर अनुराग वर्मा ने ताबड़तोड़ एक्शन वाला आदेश जारी कर दिया और प्रतिबंध लगा दिया है। आदेश में लिखा गया है कि
रबी वर्ष 2024-25 हेतु किसानों को सुगमता से उर्वरक एवं अन्य कृषि आदान उपलब्ध कराने हेतु सतना जिले में रासायनिक उर्वरकों का जिले के रेल्वे रैक प्वाइंट के माध्यम से सम्पूर्ण जिले के डबल लॉक केन्द्रों एवं थोक विक्रेताओं के यहां उर्वरक का भण्डारण कराया जाता है।
जिले में लगने वाली रासायनिक उर्वरकों की रैकों से अनुपातिक मात्रा में उर्वरकों का आवंटन 70 प्रतिशत सहकारी क्षेत्र यथा डबल लॉक केन्द्रों एवं 30 प्रतिशत थोक विक्रेताओं को नियमानुसार भण्डारण सुनिश्चित कराया जाता है। थोक विक्रेताओं (निजी क्षेत्र) को आवंटित की जाने वाली 30 प्रतिशत मात्रा का भण्डारण व वितरण जिले में ही सुनिश्चित किया जावे। थोक विक्रेताओं (निजी क्षेत्र) को आवंटित की जाने वाली 30 प्रतिशत मात्रा का विक्रय उर्वरक (नियंत्रण) आदेश 1985 व फर्टिलाइजर (मूवमेन्ट कंट्रोल) आर्डर 1973 के तहत जिले से बाहर (जिला-मैहर एवं पन्ना को छोड़कर) आगामी आदेश तक विक्रय प्रतिबंधित किया जाता है।
उक्त आदेश का उल्लंघन पाये जाने पर संबंधित के विरूद्ध उर्वरक (नियंत्रण) आदेश 1985 तथा आवश्यक वस्तु अधिनियम 1955 के प्रावधान अनुसार कार्यवाही की जावेगी। यह आदेश तत्काल प्रभावशील होगा।
खाद की कालाबाजारी पर एक्शन सील हुई दुकान – Rewa News
रीवा में खाद की कालाबाजारी और मनचलों की बैठक में मंगलवार को दो दुकानों को सील कर दिया गया। रेलवे अमले ने दोनों पोर्टफोलियो का भी निरीक्षण किया। बताया गया कि
दुकानों में बेकर्स उच्च दाम में खाद बेच रहे थे और उसके बदले में कोई रशीद तक नहीं दे रहे थे। इसका एक वीडियो भी सामने आया। इसके बाद अंतिम अमले ने अंतिम कार्रवाई की।
जानकारी के अनुसार, कार्रवाई रीवा स्केल से कुछ ही दूरी पर संचालित शिव खाद बीज भंडार और सीताराम खाद बीज भंडार के नाम की समीक्षा हुई।