Mp news: प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के एक हितग्राही किसान को कागजों में मृत घोषित कर दिया गया। इसके चलते किसान कुल सिंह की प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की क़िस्त रुक गई। पीड़ित बुजुर्ग को अब तक किसान सम्मान निधि की कुल 14 किस्तें मिल चुकी हैं। पिछले 6 माह से निधि का पैसा नहीं मिलने पर जब उन्होंने जानकारी ली तो सरकारी सिस्टम की लापरवाही सामने आई।
Mp news: कागजो में मरा हुआ व्यक्ति पहुचा कलेक्ट्रेट
कुल सिंह ने जिला कार्यालय पहुंचकर अपने जीवित होने का प्रमाण दिया और कलेक्टर से दस्तावेजों को दुरुस्त करने और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की। यह मामला नेपानगर तहसील के दवा कला गांव का है। यहां के निवासी कुल सिंह की किसान सम्मान निधि रुक गई है। पीड़ित अपनी समस्या लेकर प्रगतिशील किसान संगठन के जिला समन्वयक शिवकुमार सिंह कुशवा के साथ जनसुनवाई में पहुंचा था।
Mp news: मैं जिंदा हु साहब
उसने बुरहानपुर कलेक्टर भव्या मित्तल से गुहार लगाई कि मैं जीवित हूं लेकिन सरकारी दस्तावेजों में मुझे मृत घोषित कर दिया गया है। कुल सिंह ने बताया कि मैंने इस मामले को लेकर ग्राम पंचायत दवा कला में सरपंच और पटवारी से भी शिकायत की। लेकिन उन्होंने इसे नज़रअंदाज़ कर दिया
Mp news: दोषियों के खिलाफ कार्यवाही की मांग
कुल सिंह ने जनसुनवाई में कलेक्टर भव्या मित्तल को आवेदन सौंपकर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है. इसके अलावा उसने कलेक्टर से उसके दस्तावेज दुरुस्त करवाने और इस दौरान बची हुई किसान सम्मान निधि की राशि दिलवाने की भी गुहार लगाई है. प्रगतिशील किसान संगठन के जिला संयोजक शिवकुमार कुशवा ने भी किसान का समर्थन करते हुए कहा कि हम सब इस पीड़ित किसान के साथ हैं. आज जिस तरह से सिवाली का यह सिंह गोपाल किसान जिंदा है !
वह सबके सामने, आपके और हमारे सामने और राजस्व विभाग यानी संबंधित पटवारी और गांव के लोगों के सामने खड़ा है, जिसने उसे मृत घोषित कर दिया. मृत घोषित करने के बाद जिस किसान को लगातार प्रधानमंत्री सब्सिडी की 14 किस्तें मिल रही थी वो भी बंद हो गई और इसके लिए तहसीलदार, नायब तहसीलदार, एसडीएम तक को ऐसे आवेदन दिए गए और आज कलेक्टर के पास आने के बावजूद जिंदा आदमी कह रहा है कि मैं जिंदा हूं
साहब देख लीजिए मैं आपके सामने खड़ा हूं और ये आवेदन भी दे रहा हूं मुझे मृत घोषित मत कीजिए सरकार मुझे जो सुविधाएं देती थी वो पूरी तरह से बंद कर दी गई है क्या ये न्यायोचित है तो हम प्रगतिशील किसान संगठन के लोग भी उनकी और आप सभी की बात से सहमत होकर उनके सिर पर हाथ रखकर कहते हैं कि इनके साथ न्याय जरूर होना चाहिए !
एक जिंदा आदमी को, एक जिंदा किसान को आप मृत घोषित कर रहे हो शर्म आनी चाहिए ऐसे लोगों पर फिलहाल जिला प्रशासन के अधिकारी मामले की जांच की बात कर रहे हैं वहीं दूसरी तरफ क्षेत्रीय किसान संगठन के अध्यक्ष ईश्वर सिंह कुशवा ने जिंदा किसान को मृत घोषित करने पर खेद जताया है.!
मेरा नाम अमर मिश्रा है और मैं मध्यप्रदेश के रीवा जिले का निवासी हूं। मैंने अपनी स्नातक की पढ़ाई B.Com / CA अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय (APSU) से पूरी की है। मुझे मीडिया जगत में काम करते हुए लगभग 9 साल से ज्यादा का अनुभव है।मैंने 2016 में रीवा जिले में पत्रकारिता की शुरुआत की थी और FAST INDIA NEWS से अपने कैरियर की शुरुआत की। इसके बाद, 2017-18 में मैंने मध्यप्रदेश जनसंदेश और आंखों देखी लाइव में महत्वपूर्ण भूमिकाएँ निभाईं। 2019 में, मैंने अमरकीर्ति समाचार पत्र में रीवा ब्यूरो प्रमुख के रूप में कार्य किया। 2019-20 से, मैं HARIT PRAWAH समाचार पत्र का सम्पादक हूँ।अपने पत्रकारिता करियर के दौरान, मुझे सटीक और निष्पक्ष समाचार प्रस्तुत करने के लिए कई बार सम्मानित किया गया है। मेरी कोशिश हमेशा यही रही है कि मैं अपने पाठकों को सच्ची और प्रामाणिक खबरें प्रदान करूं।पत्रकारिता के क्षेत्र में मेरी यह यात्रा निरंतर जारी है और मुझे विश्वास है कि भविष्य में भी मैं अपने पाठकों के लिए विश्वसनीय और सटीक समाचार प्रदान करता रहूंगा।
संपादक – अमर मिश्रा