रीवा के संजय गांधी अस्पताल में हैरान कर देने वाला मामला, अचानक अफरा – तफरी सुरक्षा कर्मी भिड़े – viral video

Viral video Rewa: रीवा की संजय गांधी अस्पताल एक बार फिर से सुर्खियों में है। यहां मरीज के अटेंडर और अस्पताल के सुरक्षा कर्मियों के बीच भिड़ंत हो गई है यह घटना सोमवार के करीब 5:30 बजे की है। जानकारी मिलते ही पुलिस ने दो युवकों को हिरासत में लिया है लगातार पूछताछ के बाद छोड़ दिया गया मामले में दोनों पक्षों ने एक दूसरे पर गंभीर आरोप लगाए हैं।

यह पूरी घटना विवाद से जुड़ी है जिसका वीडियो भी सामने आया है। जिसमें अस्पताल के गार्ड मरीजों के परिजनों के साथ मारपीट हाथापाई करते नजर आ रहे है। मामले में बुजुर्ग महिला ने अस्पताल के सुरक्षा कर्मियों पर मारपीट के गंभीर आरोप लगा दिए हैं। वह अस्पताल में सुरक्षा कर्मियों ने भी युवकों पर अभद्रता की एवं प्रतिबंधित क्षेत्र में घुसने के आरोप लगाए

बुजुर्ग महिला के साथ हुई हाथापाई Viral video

इस घटना के संबंध में कुसुम देवी के द्वारा बताया गया कि मेरी बहू पुष्पा द्विवेदी अस्पताल के गायनी वार्ड में भर्ती थी जिसके ब्लड सैंपल की जांच कराई जानी थी ,लेकिन जिस वजह से पर्ची देने के लिए मेरे बेटे शिवम द्विवेदी और शुभम द्विवेदी वार्ड में मरीज के पास जाना चाह रहे थे

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सुरक्षा कर्मियों के द्वारा उन्हें रोकने का प्रयास किया जिसके बाद अस्पताल के गार्ड धक्का मुक्की एवं मारपीट पर उतर आए मैंने उन्हें रोकने का प्रयास किया लेकिन मुझे धक्का देखकर दूर फेंक दिया । जिसके बाद मेरे साथ भी मारपीट की गई मेरे कमर और हाथ के अंदरूनी अंगों में चोट आई है मैं विनती कर रही थी, लेकिन वह सुनने को तैयार नहीं थे

यह वीडियो यूट्यूब से लिया गया

मरीज को पर्ची देने जा रहे थे अटेंडर, फिर हुआ विवाद

जानकारी के अनुसार पर्ची देने के लिए मरीज के अटेंडर मरीज के पास जा रहे थे। लेकिन सुरक्षा कर्मियों के द्वारा उन्हें रोका गया दोनों पक्षों में बहस के बाद देखते ही देखते अचानक दोनों पक्षों के बीच हाथापाई शुरू हो गई सुरक्षाकर्मियों दोनों युवकों को पीटते हुए अस्पताल चौकी ले पहुंचे। जिन्हें अमहिया थाना पुलिस को सौपा गया। रिपोर्ट्स के मुताबिक अस्पताल से आए दिन इस तरह की घटनाएं सामने आती रहती है जिनके कारण से अस्पताल सुर्खियों का विषय बना रहता है। महिला गार्ड दीक्षा मिश्रा का कहना है कि दोनों युवकों ने मेरा फोन तोड़ दिया जिसकी कीमत 32000 थी

वही इस पूरे मामले पर अमहिया थाना प्रभारी विजय प्रताप सिंह के अनुसार अस्पताल के सुरक्षा कर्मियों और मरीज के परिजनों के बीच जमकर मारपीट का मामला सामने आया है दोनों पक्षों के द्वारा थाने में लिखित शिकायत दर्ज नहीं करवाई गई है आपसी सहमत से मामला सुलझा लिया गया

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