मध्य प्रदेश

Rewa News; इस खास वजह से रीवा का चीन से हुआ मुकाबला बीजिंग बना चाकघाट, CM ने प्रशासन की कर दी तारीफ

Rewa News today: दुनिया का सबसे बड़ा जाम मध्य प्रदेश के रीवा - जबलपुर मार्ग में देखने को मिला है। प्रयागराज महाकुंभ स्नान के लिए दक्षिण भारत के लोग रीवा जबलपुर मार्ग से प्रयागराज पहुंचने की कोशिश कर रहे है. जाम की स्थिति को लेकर मध्य प्रदेश सरकार हाइअलर्ट में है

मध्य प्रदेश का रीवा जबलपुर मार्ग अब चीन के बीजिंग शहर में लगे जाम के बाद दुनिया का दूसरा सबसे लंबा ट्रैफिक जाम हब बन गया था। पूरा दक्षिण भारत प्रयागराज महाकुंभ स्नान के लिए रीवा जबलपुर मार्ग होते हुए कुंभ पहुंचने के लिए कई घंटे के जाम में फंसे रहे. हालांकि पुलिस प्रशासन और जन प्रतिनिधियों के द्वारा स्थिति को काबू में किया गया। मीडिया में खबरें चल रही है कि दुनिया का दूसरा सबसे लंबा जाम जो 350 किलोमीटर जबलपुर – कटनी और रीवा मार्ग में 50 हजार से अधिक वाहन रेगते हुए नजर आए. जाम की स्थिति को देखते हुए सीएम मोहन यादव सोमवार की रात वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से स्थिति का जायजा लिए थे।

चाइना के बाद रीवा में लगा विश्व का दूसरा सबसे लंबा जाम, प्रदेश सरकार हाइअलर्ट पर, दक्षिण भारत की भीड़ चाकघाट में

चीन के बाद MP में लगा दुनिया का दूसरा सबसे लंबा जाम

प्रयागराज महाकुंभ गंगा स्नान के लिए पूरा देश सड़कों पर उतर चुका है. आस्था का सैलाब ऐसा है कि पूरा भारत प्रयागराज की तरफ निकल पड़ा है पिछले दो-तीन दिन से जबलपुर रीवा रोड पर करीब 350 किलोमीटर तक वाहन रुक गए थे और धीरे-धीरे चल रहे थे. भारत के इतिहास में किसी भी नेशनल हाईवे पर अब तक का सबसे लंबा जाम हो सकता है. दुनिया के सबसे बड़े जाम की बात करें तो चीन की राजधानी बीजिंग में 12 दिन का जाम लगा था जो दुनिया का सबसे बड़ा ट्रैफिक जाम माना जाता है.

चीन में लगा था दुनिया का सबसे बड़ा ट्रैफिक जाम

प्रयागराज- रीवा – कटनी – जबलपुर मार्ग पर लगे जाम ने विश्व रिकॉर्ड बना दिया है. यह जाम करीब 350 किलोमीटर लंबा हो गया है हालांकि बात करें दुनिया के सबसे बड़े ट्रैफिक जाम की तो यह चीन की राजधानी बीजिंग में साल 2010 में लगा था. जो गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज हुआ जिसमें बताया गया की 14 अगस्त 2010 को यह जाम लगा जो 100 किलोमीटर लंबा था और 12 दिनों तक लगातार लगा हुआ था और लोग फंसे हुए थे जबकि मध्य प्रदेश में लगे जाम में वहां रहते हुए नजर आ रहे हैं करीब 5 घंटे सफर में 24 घंटे का वक्त लग रहा है

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मुंबई और ब्राजील, मिस्र के नाम

चीन के बाद ब्राजील के साऔ पाउलो में 300 किलोमीटर का लंबा जाम लगा था साल 2012 में लगे एग्जाम में 12 से 15 घंटे तक लोग फंसे हुए थे. मुंबई में साल 2017 में वासी और नवी मुंबई के बीच करीब 8 घंटे तक जाम लगा था वही साल 2013 में मिस्र के काहिरा में 60 किलोमीटर का जाम लगा था चीन के 12 दोनों वाले जाम को छोड़ दे अगर तो रीवा प्रयागराज जबलपुर मार्ग पर लगे जाम को दुनिया का सबसे बड़ा ट्रैफिक जाम माना जा सकता है  जाम में लोग 12 से 18 घंटे तक फंसे रहे.

इस वजह से लगा दूसरा सबसे लंबा जाम

दरअसल प्रयागराज महाकुंभ 13 जनवरी से शुरू हुआ जिसमें देश और विदेश से भारी संख्या में श्रद्धालु आस्था की डुबकी लगाने पहुंच रहे हैं. आंकड़ों की माने तो पिछले 26 दिनों में महाकुंभ में 40 करोड़ से भी अधिक श्रद्धालु पहुंच चुके हैं इस तरह औसतन हर दिन करीब डेढ़ करोड़ श्रद्धालु आस्था की डुबकी लगा रहे हैं. हालांकि कहां जा रहा था कि मकर संक्रांति मौनी अमावस्या और बसंत पंचमी अमृत स्नान के बाद नागा साधु की विदाई के बाद भीड़ थोड़ी सी कम हो जाएगी यही वजह है कि 5 फरवरी तक संगम क्षेत्र में वीआईपी प्रोटोकॉल की सुविधा बंद की गई थी.

रात में सीएम की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग

एमपी के जबलपुर से लेकर कटनी मैहर रीवा चाकघाट जाम के हालात देखते हुए एमपी के सीएम डॉक्टर मोहन यादव ने अधिकारियों को अलर्ट कर दिया है और जाम में फंसे श्रद्धालुओं को पानी भोजन आसपास रुकने की व्यवस्था करने के भी आदेश दिए हैं. मुख्यमंत्री ने सोमवार की रात वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से रीवा जबलपुर कटनी प्रशासन को जरूरी दिशा निर्देश दिए हैं.

रीवा प्रशासन की हो रही तारीफ

मध्य प्रदेश के रीवा में विश्व का दूसरा सबसे लंबा जाम लगा लाखों श्रद्धालु जाम में कई घंटे तक फंसे रहे. स्थिति का जायजा मुख्यमंत्री ने स्वयं लिया इस दौरान उन्होंने कहा कि महाकुंभ यात्रियों के लिए रीवा संभाग में की गई व्यवस्थाओं ने प्रदेश का मान बढ़ाया है – सीएम ने वीडियो कान्फ्रेंसिंग से महाकुंभ यात्रियों के लिए की गई व्यवस्थाओं की समीक्षा की. जनप्रतिनिधि, प्रशासन और स्वयंसेवी संगठन मिलकर तीर्थयात्रियों की सेवा करें

अमर मिश्रा

मेरा नाम अमर मिश्रा है और मैं मध्यप्रदेश के रीवा जिले का निवासी हूं। मैंने अपनी स्नातक की पढ़ाई B.Com / CA अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय (APSU) से पूरी की है। मुझे मीडिया जगत में काम करते हुए  लगभग 9 साल से ज्यादा का अनुभव है।मैंने 2016 में रीवा जिले में पत्रकारिता की शुरुआत की थी और FAST INDIA NEWS से अपने कैरियर की शुरुआत की। इसके बाद, 2017-18 में मैंने मध्यप्रदेश जनसंदेश और आंखों देखी लाइव में महत्वपूर्ण भूमिकाएँ निभाईं। 2019 में, मैंने अमरकीर्ति समाचार पत्र में रीवा ब्यूरो प्रमुख के रूप में कार्य किया। 2019-20 से, मैं HARIT PRAWAH समाचार पत्र का सम्पादक हूँ।अपने पत्रकारिता करियर के दौरान, मुझे सटीक और निष्पक्ष समाचार प्रस्तुत करने के लिए कई बार सम्मानित किया गया है। मेरी कोशिश हमेशा यही रही है कि मैं अपने पाठकों को सच्ची और प्रामाणिक खबरें प्रदान करूं।पत्रकारिता के क्षेत्र में मेरी यह यात्रा निरंतर जारी है और मुझे विश्वास है कि भविष्य में भी मैं अपने पाठकों के लिए विश्वसनीय और सटीक समाचार प्रदान करता रहूंगा।संपादक - अमर मिश्रा

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