Rewa news: आपातकाल के 50 वर्ष पूरे होने पर रीवा में ‘मीसाबंदी सम्मान समारोह’ का आयोजन रीवा में
Rewa news: रीवा। आपातकाल के 50 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में और लोकतंत्र की रक्षा के लिए संघर्ष करने वाले ‘द्वितीय आजादी के योद्धाओं’ को सम्मानित करने हेतु रीवा में एक भव्य ‘मीसाबंदी सम्मान समारोह’ का आयोजन किया जा रहा है। यह समारोह प्रसिद्ध समाज सेवी और पूर्व मीसाबंदी सुभाष श्रीवास्तव के 69वें जन्मदिन के अवसर पर आयोजित किया जा रहा है।
कार्यक्रम का आयोजन रीवा के सर्व सामाजिक संगठन द्वारा किया जा रहा है, जिसमें विभिन्न सामाजिक, सांस्कृतिक और स्वयंसेवी संस्थाओं का सहयोग है। यह समारोह आगामी 29 जुलाई 2025 को दोपहर 2 बजे कृष्ण राज कपूर ऑडिटोरियम में संपन्न होगा।
इस वर्ष, विशेष रूप से 69 मीसाबंदियों को सम्मानित किया जाएगा, जिन्होंने वर्ष 1975 में तत्कालीन सरकार की तानाशाही के विरुद्ध लोकतंत्र की रक्षा के लिए ‘मेंटेनेंस ऑफ इंटरनल सिक्योरिटी एक्ट’ (MISA) के तहत जेल की यातनाएँ सही थीं। इनमें रीवा और सतना जिले के मीसाबंदी शामिल हैं। जो मीसाबंदी अब इस दुनिया में नहीं हैं, उनके परिवारों को यह सम्मान प्रदान किया जाएगा।
आयोजकों ने बताया कि यह सम्मान समारोह मीसाबंदी सुभाष श्रीवास्तव के जन्मदिन पर पिछले 7 वर्षों से आयोजित हो रहा है। इस श्रृंखला में पहले कोरोना योद्धाओं, मीडियाकर्मियों और कलाकारों को भी सम्मानित किया जा चुका है।
इस गरिमामय समारोह में शहर के प्रमुख जनप्रतिनिधि, समाज सेवी, साहित्यकार, संगीतकार, पत्रकार, छायाकार, शिक्षाविद, चिकित्सक, अधिवक्ता, रंगकर्मी और बौद्धिक वर्ग सहित विभिन्न क्षेत्रों के महत्वपूर्ण लोग उपस्थित रहेंगे। कार्यक्रम के आयोजन में प्रमुख रूप से शहीद भगत सिंह सेवा समिति के अध्यक्ष सुजीत द्विवेदी, अनुरुपय फाउंडेशन की अध्यक्ष अनामिका शुक्ला, युवा समाजसेवी अविराज, हैल्पिंग हैंड्स फाउंडेशन की अध्यक्ष तमन्ना अंसारी, युवा एकता कल्याण संघ के अध्यक्ष राजराखन पटेल, साईशा सोशल वेलफेयर फाउंडेशन के अध्यक्ष साकेत श्रीवास्तव, माँ जानकी की सेवा समिति के अध्यक्ष इंजी. घनश्याम पटेल, प्रयास रक्तदान सेवा संगठन के अध्यक्ष अवनीश तिवारी, रीजनल एनवायरनमेंट एंड ह्यूमेनिटी ऑर्गेनाइजेशन के अध्यक्ष ममता मिश्रा, युवा समाजसेवी शुभम सिंह एवं युवा समाजसेवी सिद्धार्थ श्रीवास्तव का सहयोग है। यह आयोजन लोकतंत्र के लिए दिए गए बलिदानों को याद करने और समाजसेवा के प्रति समर्पण को प्रोत्साहित करने का एक महत्वपूर्ण प्रयास है।