मध्यप्रदेश का अनोखा जिला सीधी: आइए जानते है इस ऐतिहासिक शहर के अनकहे किस्से

सीधी जिला प्राकृतिक सुंदरता, ऐतिहासिक धरोहर और औद्योगिक विकास का अनूठा संगम है। यह जिला अपनी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत, प्राकृतिक संसाधनों और धार्मिक स्थलों के लिए जाना जाता है।;

Update: 2025-03-15 05:56 GMT

Sidhi News: मध्य प्रदेश के उत्तर-पूर्वी छोर पर स्थित सीधी जिला ऐतिहासिक, प्राकृतिक और सांस्कृतिक धरोहरों से भरपूर है। यह जिला रीवा मंडल के अंतर्गत आता है और कई महत्वपूर्ण स्थलों के लिए प्रसिद्ध है। आइए, जानते हैं सीधी जिले के बारे में रोचक जानकारी।

सीधी जिले का भौगोलिक परिचय

सीधी जिला कई अन्य जिलों से घिरा हुआ है:

उत्तर में: रीवा जिला

दक्षिण में: शहडोल

पूर्व में: छत्तीसगढ़

पश्चिम में: सतना

सीधी जिले का कुल क्षेत्रफल 4,851 वर्ग किलोमीटर है। 2011 की जनगणना के अनुसार, यहां की कुल जनसंख्या लगभग 11 लाख है, और जनसंख्या घनत्व 232 व्यक्ति प्रति वर्ग किलोमीटर है।

जनसंख्या एवं साक्षरता दर

सीधी जिले में पुरुषों की तुलना में महिलाओं की संख्या कम है, और लिंगानुपात 1000 पुरुषों पर 947 महिलाएं है। साक्षरता दर लगभग 64% है, जिसमें पुरुषों की साक्षरता दर 73% और महिलाओं की 54% है।

प्राकृतिक सौंदर्य और वन्य जीवन

सीधी जिला प्राकृतिक सुंदरता और वनों से परिपूर्ण है। यहां का संजय टाइगर रिजर्व वन्यजीव प्रेमियों के लिए आकर्षण का केंद्र है। इस क्षेत्र में बाघ, तेंदुआ, चीतल, नीलगाय, लकड़बग्घा और दुर्लभ पक्षी देखने को मिलते हैं।

महत्वपूर्ण स्थल और पर्यटन केंद्र

1. विंध्याचल पर्वत श्रृंखला और सोन नदी

विंध्याचल पर्वतों के बीच बहती सोन नदी और बनास नदी का संगम एक सुंदर प्राकृतिक स्थल है। हर साल मकर संक्रांति पर यहां भव्य मेला आयोजित किया जाता है।

2. घड़ियाल अभ्यारण्य

सोन नदी के किनारे स्थित घड़ियाल अभ्यारण्य में कई दुर्लभ जलीय जीव पाए जाते हैं। यह अभ्यारण्य 1981 में संरक्षित क्षेत्र घोषित किया गया था।

3. चंडीगढ़ देवी मंदिर

सीधी से लगभग 25 किलोमीटर दूर स्थित चंडीगढ़ देवी मंदिर धार्मिक आस्था का प्रमुख केंद्र है। यह मंदिर न केवल आस्था बल्कि ऐतिहासिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण माना जाता है।

4. संजय राष्ट्रीय उद्यान

यह पार्क 2008 में बाघ संरक्षण क्षेत्र के रूप में घोषित किया गया था। यहां कई प्रकार के वन्यजीव पाए जाते हैं, जिनमें बाघ, चीतल, जंगली कुत्ते और प्रवासी पक्षी शामिल हैं।

आर्थिक और औद्योगिक विकास

सीधी जिला खनिज संपदा से भरपूर है। यहां कोयला उत्पादन बड़े पैमाने पर होता है, जो देश की ऊर्जा जरूरतों को पूरा करता है। विंध्याचल सुपर थर्मल पावर स्टेशन यहां की प्रमुख औद्योगिक इकाई है।

इतिहास और सांस्कृतिक धरोहर

सीधी जिले की ऐतिहासिक जड़ें गहरी हैं। यह क्षेत्र संस्कृत भाषा और साहित्य के प्रसिद्ध विद्वानों की जन्मस्थली भी रहा है। यहां का किला और अन्य प्राचीन स्थापत्य अवशेष इसकी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को दर्शाते हैं।

यहां कैसे पहुंचे?

सीधी जिला सड़क मार्ग से मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के प्रमुख शहरों से जुड़ा हुआ है। राज्य की राजधानी भोपाल से इसकी दूरी 632 किलोमीटर है।

सीधी जिला प्राकृतिक सुंदरता, ऐतिहासिक धरोहर और औद्योगिक विकास का अनूठा संगम है। यह जिला अपनी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत, प्राकृतिक संसाधनों और धार्मिक स्थलों के लिए जाना जाता है। अगर आप प्रकृति प्रेमी हैं या ऐतिहासिक स्थलों की खोज में हैं, तो एक बार सीधी जिले की यात्रा जरूर करें!

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