पार्टी टूटी, हौंसले नहीं – शरद पवार ने भरी नई उम्मीदों की हुंकार
महाराष्ट्र की राजनीति में एक बार फिर हलचल मच गई है। एनसीपी (शरद पवार गुट) के 26वें स्थापना दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में पार्टी प्रमुख शरद पवार ने कार्यकर्ताओं में नया जोश भरते हुए कई अहम बातें कहीं। उन्होंने इस मौके पर पार्टी के बंटवारे की पीड़ा को साझा किया, लेकिन साथ ही भविष्य को लेकर उम्मीद की एक नई किरण भी दिखाई।
“पार्टी टूटी, लेकिन हमारे इरादे और एकजुटता अडिग रही”
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पवार ने स्वीकार किया कि पार्टी को हाल के दिनों में गंभीर चुनौतियों का सामना करना पड़ा। उन्होंने कहा, “हमने कभी नहीं सोचा था कि पार्टी में विभाजन होगा, लेकिन जब हुआ, तब भी हमारे कार्यकर्ता डटे रहे।” उन्होंने कार्यकर्ताओं की तारीफ करते हुए कहा कि उनके समर्पण ने पार्टी को टिकाए रखा है।
“आने वाला चुनाव बदलेगा राजनीति की तस्वीर”
शरद पवार ने आत्मविश्वास के साथ दावा किया कि आगामी चुनावों में एक बिल्कुल अलग राजनीतिक परिदृश्य देखने को मिलेगा। उन्होंने कहा, “कौन गया, कौन आया – इसकी चिंता छोड़िए। अगर हम एकजुट रहे और जनता की सेवा के लिए प्रतिबद्ध रहे, तो कोई ताकत हमें रोक नहीं सकती।”
“सत्ता की फिक्र मत करो, एकता सबसे बड़ी ताकत है”
कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि सत्ता खुद-ब-खुद मिलती है, बशर्ते पार्टी अंदर से मजबूत हो। उन्होंने यह भी बताया कि आने वाले निकाय चुनावों को लेकर हर जिले में चर्चा की जाएगी और यह तय किया जाएगा कि पार्टी स्वतंत्र रूप से चुनाव लड़ेगी या किसी गठबंधन के साथ।
“नई पीढ़ी और महिलाओं को मिलेगा नेतृत्व का मंच”
पवार ने युवाओं और महिलाओं को राजनीति में आगे लाने की बात कही। उन्होंने कहा कि स्थानीय निकाय चुनावों में 50% आरक्षण महिलाओं के लिए है, और पार्टी इस मौके को पूरी तरह से इस्तेमाल करेगी। साथ ही, उन्होंने संकेत दिया कि एनसीपी (एसपी) आने वाले समय में राज्य में नया नेतृत्व तैयार करेगी, जिससे एक नया इतिहास लिखा जा सके।